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आखिर क्यों? माँ जितना छोटा ये शब्द हैं उतने बड़े

आखिर क्यों?

माँ जितना छोटा ये शब्द हैं उतने बड़े ही इसके मायने हैं माँ बनना बिल्कुल भी आसान नहीं होता हैं वो माँ ही हैं जो नौ महीने की तकलीफ सहने के बाद एक नन्हें से मेहमान को इस दुनिया में लाती हैं, वो माँ ही हैं जो अपने उस नन्हें मेहमान की खुशियों के लिए न जाने अपनी कितनी खुशियाँ यू ही पल भर में कुबॉन कर देती हैं, फिर भी न जाने कुछ औलाद समय रहते अपनी माँ की अहमियत को समझ ही नहीं पाती हैं,आखिर क्यों माँ अपनी औलाद से ये कहने के लिए मजबूर हों जाती हैं, की जब तू माँ बनेगी तब तुझे मेरी अहमियत का एहसास होगा औलाद क्यों बिन माँ बने ही अपनी माँ की हर अनकही तकलीफो को क्यों समझ नहीं पाती हैं। आखिर क्यों? औलाद इतनी स्वार्थी हों जाती हैं, आखिर क्यों?

©kriti आखिर क्यों?
Happy b,day maa🎂

#maa #superwoman 
#love #caring #warmhearted ♥️
#quoteslover
आखिर क्यों?

माँ जितना छोटा ये शब्द हैं उतने बड़े ही इसके मायने हैं माँ बनना बिल्कुल भी आसान नहीं होता हैं वो माँ ही हैं जो नौ महीने की तकलीफ सहने के बाद एक नन्हें से मेहमान को इस दुनिया में लाती हैं, वो माँ ही हैं जो अपने उस नन्हें मेहमान की खुशियों के लिए न जाने अपनी कितनी खुशियाँ यू ही पल भर में कुबॉन कर देती हैं, फिर भी न जाने कुछ औलाद समय रहते अपनी माँ की अहमियत को समझ ही नहीं पाती हैं,आखिर क्यों माँ अपनी औलाद से ये कहने के लिए मजबूर हों जाती हैं, की जब तू माँ बनेगी तब तुझे मेरी अहमियत का एहसास होगा औलाद क्यों बिन माँ बने ही अपनी माँ की हर अनकही तकलीफो को क्यों समझ नहीं पाती हैं। आखिर क्यों? औलाद इतनी स्वार्थी हों जाती हैं, आखिर क्यों?

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kritikamehtaa7904

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