"नसीहत वो सच्चाई है, जिसे हम कभी ध्यान से नही सुनते। और तारीफ वी धोखा है, जिसे हम हमेशा ध्यान से सुनते हैं।" "ज़िन्दगी में यही देखना ज़रूरी नहीं है, कि कौन हमारे आगे है या कौन हमारे पीछे. कभी यह भी देखना चाहिये कि, हम किसके साथ हैं, और कौन हमारे साथ है....." "नसीहत वो सच्चाई है, जिसे हम कभी ध्यान से नही सुनते। और तारीफ वी धोखा है, जिसे हम हमेशा ध्यान से सुनते हैं।"