"आओ देश बचाले हम" फिर से चुनाव का पर्व है आया,आओ देश बचाले हम जाति धर्म लालच से ऊपर, शिक्षा को पहुचाले हम चिकनी चुपड़ी बातो में तुम,बार बार फस जाते हो लोकतंत्र की ताकत क्या है क्यों ना ये बतला दे हम जाति धर्म लालच से ऊपर, शिक्षा को पहुचाले हम प्रश्न राष्ट्र की इज्जत का है,समझौतों में मत आना एक बार सब भूलभाल कर,तिरंगे को अपना लेे हम जाति धर्म लालच से ऊपर, शिक्षा को पहुचाले हम।।। "विश्वदीप" आओ देश बचा ले हम