यादों में एक हसीं ख़्वाब दिखाई देता है ! तेरा लिखा भी अब मुझें सुनाई देता है !! मेरी नाराजगियों से जिसे कोई वास्ता नहीं ! वो शक़्स ना होकर भी मुझें दिखाई देता हैं !! मेरे लफ़्ज़ों का हक़ीक़त से इतना वास्ता हैं ! मेरी ग़ज़लों का जैसे वो क़िरदार दिखाई देता है !! कैसे कहूँ किस से कहूँ बेबस इस तरह से हूँ ! ख़ुद में ही जैसे ख़ुद को घुठता सा दिखाई देता है !! मर गया हूँ मर रहा हूँ औऱ न-जाने क्या-क्या ! ख़ुद का ही जैसे मरता-सा किरदार दिखाई देता है !! ©Unstoppable Thoughts #Nojoto #nojotowriters #nojotourdu #nojotohindi #feeling_down