बेरुखी का दर्द बयान करने की चाह थी दिल में, पर लफ्ज़ तो तेरी खामोशी से डर कर ही टूट गए। वो सितम ढाते हैं मगर चेहरे पे कोई शिकन नहीं, जैसे मेरे आंसू ही उनके चेहरे की मुस्कान बन गए हों ©Shailendra Gond kavi #dhoop शायरी लव #Shailendra_Gond_kavi #Nojoto #Shayari