तुम कितनी हो खूबसूरत..... मासूम चेहरा, नशीलि निगाहें, झुकी हुई पलके और दिलकश अदाएँ। तेरी तारीफ में क्या कहें, कहकर भी कुछ कह न पाएँ। तुम कितनी हो खूबसूरत कैसे तुम्हें बताएँ.... तुम गुलशन के गुलाब हो, या नशीलि शराब हो। या मैं कह दूँ अगर, के तुम लाजवाब हो। फिर भी लगे तारीफे मेरी, हमेशा कम पड़ जाए। तुम कितनी हो खूबसूरत कैसे तुम्हें बताएँ.... तुम प्यारी सी दुआ हो, या राहत की हवा हो। या फिर कह दूँ तुम्हें, के तुम एक नशा हो। जो चढ़ जाए एक बार, तो उतारना मुश्किल हो जाए। तुम कितनी हो खूबसूरत कैसे तुम्हें बताएँ.... ©Aarzoo smriti तुम कितनी खूबसूरत हो....