वक़्त घड़ी की सुईओं के साथ बीत रहा था, और एकाएक मुझे एहसास हुआ कि एक लम्हा जिसमें हम जुदा हो गए कितने खुश थे हम उन लम्हों में लेकिन आज तन्हा हो गए जहां छोड़ा था उन्होंने हमें आज भी हम उन्हीं गलियों में मुसाफिर बनकर रह गए 😣😢💔💓💕💘💔 । #Waqt #वोलम्हे#new#poem