ब्रितानी हिंसा की कर्कश ध्वनि को चीरता , शहीदों के मुख का मतवाला राग देखा है.. अंग्रेजी बर्बरता की अंध गलियों मे , बेबाक जलता स्वाधीनता का चिराग देखा है.. धमनियों मे दौड़ता गरम लहू , आँखो में धधकता प्रचंड आग देखा है.. अप्रैल 13, मैनें जनरल डायर की क्रूर कायरता और उधम सिंह की अमूल्य वीरता को समेटता अखंड जलियाँवाला बाग देखा है.. #शहादत_को_सलाम ~praveen #kavishala #poetry #nojoto