सफर पर निकला था ढूंढने कुछ नया अनदेखा सा नजारा, और खो गया इस तरह कि ख़ुद को भी मैं ढूंढ न पाया, जो पाया खुद को तब समझ आया ज़िन्दगी बस उन तस्वीरों की तरह है, जिन तस्वीरों में यादों का कभी ख़त्म ना होने वाला सफर है समाया!!!! #Travelwiththoughts#passion#writing