बैठे बैठे यूँ ही अश्क़ निकल आता है.. वक़्त कैसा भी हो गुज़र जाता है.. अचानक जब भी तेरी याद आती है.. मैं तो मैं ये वक़्त भी ठहर जाता है.. अज़ब हाल है मेरा तुझसे मिलने के बाद.. जिधर नज़र करूँ तू ही तू नज़र आता है.. न हिम्मत हार न दिल छोटा कर मेरे दोस्त.. सख्त वक़्त के बाद एक और वक़्त आता है.. -✍ पीयूष बाजपेयी 'नमो' (काव्यपीयूष) #kaavyapeeyush #काव्यपीयूष #prb #नमो #हिम्मत_न_हार