बादल बस गरज रहे, पानी कहाँ है इनमे लोग बातें बक रहे, बानी कहाँ है इनमे इक दिन अभ्र बरसेगा इसी उम्मीद में बैठा हूँ रात भर टपकेगा पानी बरतन भर जायेंगे दिन में घन #yqbaba #yqdidi #project365