तितली;हम पथिक हैं पथिक;जिसकी है यात्रा सतत ;देखना है चलते हुए बनते हुवे प्रवाह अणु और परमाणु के बीच, बनना है समूल;जिसे रहे हैं सब भूल-२ है छुपाये दहाई संग में शून्य और ईकाई हमें बताना है दुनिया को भाव का आलिंगन इक संचार है तितली-२ #part_6#my_life#titli#Mylove#hug_day