दर्द-ए-दिल का क़रार है कोई मुझमें अब बे-शुमार है कोई दिल है इक खेत जो कि बंजर है याद फ़स्ल-ए-बहार है कोई ©Ghumnam Gautam #BehtiHawaa #बंज़र #खेत #फ़स्ल #बहार #दर्द #ghumnamgautam