चलो मिले हम अब कि कुछ बात बन जाए जो ज्ज्बात है तेरे मेरे दर्मियां कि इनमे एक ताल्लूकात बन जाए अये निगेहबान सितारो रोशन कर दो ये ज़मीं कि शब-ए-वस्ल कि रात बन जाए #mulakat #iltaza