ना जाने क्यों एस ज़िंदगी से भागता जा रहा हूं मैं, कभी खुद से , कभी खुदा कभी सच से कभी सपनो से, तो कभी अपनो से, ना जाने क्यों एस ज़िंदगी से भागता जा रहा हूं मैं, अब अपनी सी नहीं, किराए की जिंदगी लगती है, बस ज़िमेदारी के खातिर इसका किराया चुकाया जा रहा हु मैं, ना जाने क्यों एस ज़िंदगी से भागता जा रहा हूं मैं।। ©Tanishka Rohit Sharma #जिन्दगी #तनिष्का #DharamRohitKumar #FadingAway