जो पूरे होते नही , पिंजरे में बंद हूँ , उड़ने की चाह में , रोक रखा है पाव की बेड़ियों ने , कब टूटेंगी ये बेड़ियाँ , कब उड़ सकूँगी बेड़ियों से । ♥️ Challenge-749 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।