ऊँच-नीच का भेद न माने, सबको हम एक सा जाने बने सभी हाड मांस के फिर नाम रंग का फर्क क्यों जाने, मेरी दौलत तेरी गरीबी, मेरी जात ऊंची तेरी नीची, क्या ये मौत से बचा पाएगा, आएगा जब वह अंत समय तू बस मिट्टी हो जाएगा। #उंच #नीच