दोहरी रीति, दोहरी नीति... दोहरी मति की ही संगति.... दोहरी जीवन मंजरी... आज दोहरी सत्ता सुंदरी... देखकर इतना दोहराव, मन मे उठने लगे दोहरे भाव.. नये युग की कोई दौड़ है या, घोर कलयुग का ठहराव.. भगवानों की कद्र नहीं, हैवान बन रहा आज फरिश्ता... क्या ब्रह्मारचित सृष्टि यही है.. क्या यही यही है मनु-संहिता !! #olddiary #fakeworld #दोहरी