एक नन्ही परी को मैं परी की कहानियां सुनाता हूँ अपने घर के चाँद को गोद मे रख के सुलाता हूँ वो तितली,वो फूल,वो खुशबू, वो चमन है मेरा उसको गले लगा जैसे सारी दुनिया को पाता हूँ उसके चेहरे को देख मैं रब का शुक्र करता हूँ उसके माथे को चूम कर मैं जन्नत को पाता हूँ उसकी प्यारी सी हंसी से सारा घर महकता है मेरा कागज़ के फूल तो बस ज़माने के लिए लगाता हूँ आती होगी दीवाली दुनिया के लिए साल में एक बार उसकी चमकती आँखे देख मैं रोज़ दीवाली मनाता हूँ बेटियां शुभकामनाएं है बेटियां पावन दुआएं है #रमज़ान_कोराकाग़ज़