प्यास जो बुझती थी तुमसें मेरी, प्यास वो बूझें बरसों बीत गए, ली ना तुमनें भी ख़बर कभी मेरी, इंतज़ार में तेरी हम शज़र बन गए।। OPEN FOR COLLAB✨ #ATrainbg10 • A Challenge by Aesthetic Thoughts! Collab with your soulful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts • Please maintain the aesthetics.