कितने लंबे अंतराल पर पथिक जब मुड़े घर को कोहरा ढके था राह पर मगर मन देख रहा घर को स्मृतियों के आचल पर कुछ लोग खिचें थे जो सदेव रहें प्रतिछा पर क्यूँकि वो प्रेम में थे ©Kavitri mantasha sultanpuri #क्यूँकि_वो_प्रेम_में_थे #KavitriMantashaSultanpuri