कहीं नफरत ना हो जाए डर लगने लगा है अब कि कहीं नफरत ना हो जाए, कितना भी इग्नोर करे वो फ़िर भी प्यार है मुझे, पर अब डर लगने लगा कहीं नफरत ना हो जाए, मुझे छोड़ सभी से वफा की उसने फ़िर भी प्यार है मुझे,