Indian Army Day चल पड़ा हूँ लड़ने देश के लिए मैं जंग, माँ, होगी दिल में तू हर पल मेरे संग, जब खून की होली सरहद पर खेली जाएगी, पापा, तब आपकी प्यार वाली डाँट याद आएगी, भूलकर सब जंग के लिए मैं तैयार हो जाऊँगा, बहन, पर तेरे से किया हर वादा मैं निभाऊँगा, पता नहीं मुझको कि क्या लिखा है जिंदगी में कल, प्रिय, रहोगी दिल में मेरे तुम हर पल, चली जाए अगर वहाँ वतन के लिए मेरी जान, बच्चों, बनाए रखना तुम सदैव घर का मान, भारत माँ के पुत्र होने का फर्ज बखूबी निभाऊँगा, चलकर ना सही तो तिरंगे में लिपटकर वापस जरूर आऊँगा । ©Ojaswani Sharma द्रितीय (दूसरा) अंश गद्यांश वतन के लिए जंग में जाते वक्त उसके मन के भाव अपने परिवार के लिए इस कविता द्वारा- #ArmyDay