कौन समझे ये कैसी रात है शायद कोई राज़ की बात है मेरी तन्हाई और उसकी यादों की ये कैसी मुलाक़ात है सायद कोई राज की बात है इन दर्द भरे लम्हों में खुशी के ये कैसे जज्बात है सायद कोई राज की बात है मेरा गम उसकी खुशी का एहसास ये कौन सी उसकी जात है सायद कोई राज की बात है मेरा सुकून भी उसके गुस्से की बरसात है कौन समझें य कैसी रात है सायद कोई राज की बात है #raaz_ki_baat