जाने लागे जब वो छोड़ के दामन मेरा, टूटे हुए दिल ने एक हिमाक़त कर दी, सोचा था कि छुपा लेंगे ग़म अपना, मगर कमबख्त आँखों ने बगावत कर दी। sandeep ajanavii bagavat