अधूरे चांद सा है इश्क मेरा पर बड़ा खूबसूरत दिखता है पूर्णमासी को भी पूर्ण होने की उम्मीद नहीं, फिर भी परिपूर्ण दिखता है। देखने में भले हीं अधूरा हो इश्क मेरा , पर एक दूजे में अपना पूरा संसार दिखता है। चांद में तो फिर भी दाग है इश्क मेरा अधूरा सही पर बेदाग है। आधे आधे हीं तो मिलकर पूरे होंगे, कुछ इस तरह प्यार में पुनर्विराम मिलता है। ©Pinki Singh #Apocalypse #chand #लव #प्यार #adhaisque #Nojoto #poem