जहा लोगों का धर्म हो मानवता, जहा सांप्रदायिक उग्रवाद का नाम ना हो, जहा के लोग स्वछता के गुरु हो, जहा शिक्षा यही गीत हो जहा भाईचारे का प्रकाश हो, रोज़गार के रास्ते हो, विकास के बगीचे हो, जहा देशभक्ति की नदिया बेह रही हो. शायद आज ऐसा शहर सिर्फ स्वप्न में है.... #PerfectCity #humanity#knowledge #education#community #religion#river#development.