मेरी आंखो में भर के आंसू, दरिया बनाया था तुमने... ले तेरी यादों को भी आज मै उसमे डूबा दी... नाजुक दिल में जख्म दिए थे जो तुमने... ले तेरे निशा आज मै जड़ से मिटा दी... Finish