मैं अब अक्सर, अधिकतर लोगों से एक फ़ासला बना कर रखता हूँ, मैंने देखा है लोग अक्सर हमीं से हमें जानकर, हमीं को हमारी खामियाँ गिनाते हैं, और हमीं पर उंगलियां उठाते हैं। #ऐबी #shayar #shayari #poetry #thoughts #qoutes