बहुत तड़प कर रुखसत हो चले हैं, आज तेरे दर से, ए मेरे सनम, जिंदगी नहीं दे पाए तुम तो, लो आज हमने मौत को गले लगा लिया, बस इल्तज़ा है इतनी सी, कि खबर पाते ही हमारे जनाजे पर, सुर्ख लाल सा एक गुलाब चढ़ा देना।। ।।शुक्रिया।। ***बीना*** 21/10/2020 ************** ©Beena Tanti #एक गुलाब चढ़ा देना। #SadShayari.