#गूंगी कन्या बड़े शायरों को लगता है, बस ये कुछ बोले और मैं जिस दिन बोलूंगी, मिया मल्हार 48 मात्रा में बोलूंगी.... और मैं तराना तो क्या खूब बोलती हु राग पुरिया धना श्री आपसे तो छिपा नही राग परिचय खैर भाग 5 आ ही जायेगा ध्रुपद, धमार, आड़ा चार ताल या हो बड़ा ख्याल प्रभाकर, प्रवीण नही प्राचीन कला केंद्र से हु,हा हु मैं विशारद ये प्रयाग समिति वाले क्या खुद को बड़ा होनहार समझते है😇😇🤣🤣🤣😊 क्या बोला... प्राचीन कला बेकार है, हारमोनियम बेसुरा अलबेला सजन मुझे भी आटा ये क्यों नही समझते है..... सुरीली लड़ाई और चिक चिक 🥺बड़ी मासूम हु क्यों नही समझते है..... ©Mallika