खैरियत पूंछते थे जो मेरी कभी , आज मिलते नहीं ख़्वाब में भी हमें.. हश्र -ए -दिल की कहानी मेरी , भला यार कैसे सुनाएं तुम्हें। वीरान सी हैं ये सारी बातें , ये खाली से दिन , ये तन्हा रातें... यादें तुम्हारी डसती हैं हर दम , कैसे भुलाएं अब हम तुम्हें। ©शून्य #yaadein #यादें #Memories #Feeling #Emotional #Love #SAD #Shayari