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अपराध तुम्हारे असंख्य हैं और कादाचित अक्षम्य भी, स

अपराध तुम्हारे असंख्य हैं
और कादाचित अक्षम्य भी,
सदियां लगीं थीं जिस प्रकृति के सृजन में
उसके विध्वंश में
ना तुमको दशक लगे,
कहो कि हे विनाश के देवता!
 अपनी रचना को यूं कुचला देख
वो सृजनकर्ता कैसा रोता होगा...
#हरेन्द्र_सिंह_लोधी

©Harendra Singh Lodhi #दण्ड #punishment #कर्म #Karma #माहामारी 

#alone
अपराध तुम्हारे असंख्य हैं
और कादाचित अक्षम्य भी,
सदियां लगीं थीं जिस प्रकृति के सृजन में
उसके विध्वंश में
ना तुमको दशक लगे,
कहो कि हे विनाश के देवता!
 अपनी रचना को यूं कुचला देख
वो सृजनकर्ता कैसा रोता होगा...
#हरेन्द्र_सिंह_लोधी

©Harendra Singh Lodhi #दण्ड #punishment #कर्म #Karma #माहामारी 

#alone