तुम रात की चाँदनी हो मैं सुबह की पहली किरन तारे हैं तेरे आशिक मैं मद्धम बहती पवन आँखें बद कर लो या दूजा करो जतन मिल जाओ मुझसे ऐसे जैसे सर्दी में जले अगन हर शय है तेरी उजली मीठी है तेरी तपन ढूँढ़़ता हूँ तुझमें ख़ुद को तुम कस्तूरी,मैं हिरन... © abhishek trehan #रात #चाँदनी #किरन #कस्तूरी #हिरन #manawoawaratha #yqdidi #yqbaba