प्यार के लफ्जों में कहां दो चाहने, वालों की बात पूरी होती है,,, उन्हें तो चाहिए दिलकश नजारे एक दूसरे के बाहों के सहारे,,, तारों भरी रात में डूबे हो प्रेममयी एहसास में एक लंबी डगर में दूर कहीं लंबे सफर में,,, ठिकाना लिए हुए किसी पहाड़ी पर,,,, छोटा सा घरौंदा और सर्द हवाओं का पहरा,,, मध्यम आंच में जलती लकड़ियां,,,, तन्हा बेखबर एक दूजे मैं खोए हुए,, हर जवाँ जोड़े का यही ख्वाब होता है,,, हुस्न पहाड़ों का,, क्या कहना कि बारहो महीने यहां मौसम जाड़ों का,,,,, #कलम_से_आप_तक #हुस्न_ऐ_मल्लिका