जहां खुशीयों की चाह थी वहां अब ज़ख्मों की लाली है..।। जहां उम्मीद थी हंसती मुस्कुराती सुनहरी शाम की वहां दर्द की अनंत रात काली है..।। कहां से लाए वो धन रूपी खुशीयां उसका यह घर बसाने के लिए पिता ने पहले ही अपनी कुटिया गिरवी रखवा ली है...!! #domestic_violence #dowry_a_curse #yqdidi #yqhindi #yqquotes #yqbaba