अंग्रेजी ही अंग्रेजी चारोँ ओर छा रही है हिन्दी भाषियोँ को कब ये प्यार मिल पायेगा जिसे देखो Hi , hello बोलता है फट , फटाफट पधारिये को कब ये संस्कार मिल पायेगा ऊंची कुर्सियोँ पे बैठते हैं ये हैंडसम , क्या हमें भी ऐसा संसार मिल पायेगा © रोहित कृष्ण नन्दन #RKN क्या कहते हैं