कलम बेचैन हो जाती है । Read in Caption👇 कलम बेचैन हो जाती है । तुम्हें देखते ही कलम मेरी बेचैन हो जाती है कि जैसे कोई गजल अभी भी लिखना है बाकी तेरी जुल्फें ही थी या थी सावन की घटाएँ था जितना वो फैलता