अपनी-सी वो एक बाँह जिसे, जज़्बात के आंसुओं से भिगोया जाए। अक्सर वक़्त पर नहीं मिलते वो कंधे, जिन पर सिर रखकर रोया जाए। Composed By- Neetu Panchal 'Nidhi'(Poet)✍️ Shayari By-Neetu Panchal 'NIdhi' (Poet) #Sad_Shayari #Emotional_Shayari #Rona_shayari