नादिया के उस पार है एक देश बेगना । रहता है वहाँ अपना कोई जाना पहचान ।। मिला नहीं जिससे मैं कभी, हुआ नहीं वहाँ कभी जाना । नादिया के उस पार है एक देश बेगना । नादिया के उस पार