कोई है। ?? एक मायूस सा चेहरा .......... जो की हमें एक गूजरी हुई वो जुगनू सी झिलमिलाती ठंडा हवा से भरपूर वो रात जब हम किसी के इंतीजार में मन में वो तमन्ना लिए एक सुनसान रास्ते पे हाथ में एक कागज का टुकड़ा लिऐ रिम झीम बारिश में भीगते हुए किसी के यादों में खोया हुआ था वो यादे बस एक ख्वाब बान कर रह गई बस एक ख्वाब जो कि किसी के मायूस सा चेहरे में छिपा है । जो कि हमें बार- बार याद दिलाती है अब बस यादें है। और वह कागज का टुकड़ा जो कि हमेशा मेरे किताबों में रहता है । मेरे पास , मेरे हमसफर बन कर कोई है??? एक मायूस सा चेहरा........... ©md imran #Love #imransrk #Smile #yqdidi