इतनी बेबसी और तनहाई लेकर कहाँ जाओगे? मुझे भुलाने का अब कौन सा ज़रिया अपनाओगे तुम खुद को कितना भी झोंक लो शराब की बोतलों में सुबह होते ही मुझे फिर से अपने दिल में ही पाओगे इतनी बेबसी और तनहाई लेकर कहाँ जाओगे? मुझे भुलाने का अब कौन सा ज़रिया अपनाओगे तुम खुद को कितना भी झोंक लो शराब की बोतल में सुबह होते ही मुझे फिर से अपने दिल में ही पाओगे। #दिप्ती जोशी #nojotoquotes #nojotohindi #nojotonews #wordsmith #hindishayari #hindipoetry