सशक्त बनाया मुझे जिसने उस मां का अभिमान है मुझे| आज के दौर की नारी मैं कोई कमजोर ना समझना मुझे| जो भी हूं जैसी भी हूं अपने आप पर अभिमान है मुझे| सह नहीं पाऊंगी मैं अगर मेरे स्वाभिमान से कोई दुखाए मुझे| ❤ प्रतियोगिता- 703 ❤आज की कविता प्रतियोगिता के लिए हमारा विषय है 👉🏻🌹"अभिमान"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य है I कृप्या केवल हिंदी भाषा के शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I 🌟wallpaper को contrast करते हुए ध्यान रहे कि ये visible हो।