किसके लिए लिखूं मैं, कविताएं प्यार की, जिसके लिए लिखता था उसने मुझे पढ़ना छोड़ दिया। किया था प्यार उसने भी मुझसे बहुत, पर फिर भी उसने मुझे ज़िन्दगी की राहों में तन्हा छोड़ दिया... ©अरुणेन्द्र #अनन्त_प्रेम #alone