जीने की एक वजह मांगी थी ए-खुदा तुझ से वो आस भी अधूरी रहा गयी ,,, क्यो में आज भी तन्हा - अकेला हु क्यो में आज भी मायूस हु इस भीड़ में ,,, किस गुनहा की सजा तूने मुझ को दी है कि आज भी मेरी रूह अकेली है ,,, ©Bewafa Shayr Vicky @j #LastDay