Nojoto: Largest Storytelling Platform

आमने-सामने वो गुलज़ार है, मै गंभीर हूं, मैंने आज

आमने-सामने वो गुलज़ार है, मै गंभीर हूं, 
मैंने आज फैसला किया,
शायरी की कमर तोड़ दो,
दर्द को शब्दों में छुपा दो, 
चलो, आज कुछ लिखकर,
कलम को थका दो, 
कल रात एक सपना देखा,
कौन था जिसको अपना देखा, 
वो साथ मेरे पास थी, 
जाने क्यों फिर भी उदास थी,
जब  तक साथ रहे, साथ हंसे,
हम साथ मै रोते भी थे,
वो चादर जो प्यार की निशानी थी,
साथ में अश्कों से भिगोते भी थे,
कभी तेरा रूठ जाना,
 कभी मेरा रूठ जाना,
कभी प्यार से मुस्कुराना,
ये क्या था, अगर प्यार नहीं था,
हम क्यों साथ थे, अगर एतवार नहीं था,
साथ जीने की कसमें,साथ मरने के वादे,
वो कसमें झूठी थी, या झूठे थे इरादे,
कहानी ये बहुत सिलसिलेवार है,
दुनिया मशरूफ है, गमख्वार है,
चलो चंद शब्दों में निपटाते है,
आओ हम फिर से करीब आते है,
तुम जान हो मेरी, तुम मेरा जीवन,
मेरी आंखे है आज भी  तेरा दर्पण,
तुम मेरी खुशी, तुम मेरी तकदीर हो,
हां स्वीकार है, तुम जान - ए गंभीर हो,

     "शंकर गंभीर" #love#aamnesamne
आमने-सामने वो गुलज़ार है, मै गंभीर हूं, 
मैंने आज फैसला किया,
शायरी की कमर तोड़ दो,
दर्द को शब्दों में छुपा दो, 
चलो, आज कुछ लिखकर,
कलम को थका दो, 
कल रात एक सपना देखा,
कौन था जिसको अपना देखा, 
वो साथ मेरे पास थी, 
जाने क्यों फिर भी उदास थी,
जब  तक साथ रहे, साथ हंसे,
हम साथ मै रोते भी थे,
वो चादर जो प्यार की निशानी थी,
साथ में अश्कों से भिगोते भी थे,
कभी तेरा रूठ जाना,
 कभी मेरा रूठ जाना,
कभी प्यार से मुस्कुराना,
ये क्या था, अगर प्यार नहीं था,
हम क्यों साथ थे, अगर एतवार नहीं था,
साथ जीने की कसमें,साथ मरने के वादे,
वो कसमें झूठी थी, या झूठे थे इरादे,
कहानी ये बहुत सिलसिलेवार है,
दुनिया मशरूफ है, गमख्वार है,
चलो चंद शब्दों में निपटाते है,
आओ हम फिर से करीब आते है,
तुम जान हो मेरी, तुम मेरा जीवन,
मेरी आंखे है आज भी  तेरा दर्पण,
तुम मेरी खुशी, तुम मेरी तकदीर हो,
हां स्वीकार है, तुम जान - ए गंभीर हो,

     "शंकर गंभीर" #love#aamnesamne