इस देश के उन मर्दो की हैवानियत और हवशिपन पर समझ नहीं आता क्या लिखूं, जो ना 10 महीने की बच्ची की मासूमियत देखते हैं, और ना ही उस लड़की की आँखों के सपने देखते हैं जो बस कुछ करना चाहती हैं, शायद अपनी गन्दी सोच और हवस के पीछे वो ये भूल जाते हैं, की जिस माँ ने उन्हें जन्म दिया वो भी तो एक औरत ही थी। शर्म हैं ऐसे देश और उसके कानून पर #angerforjustice