*वामा छंद* शिल्प-(तगण यगण भगण )+गुरु प्रति चरण 10 वर्ण ,चार चरण ,दो-दो चरण समतुकांत २२१ १२२ २११ २ *श्रीकृष्ण भक्ति विशेष*🙏🙏🙏 मेरे प्रिय कृष्णा ध्यान धरो। प्यासे नयनों का भान करो। तारो मुझको भी श्याम कभी।आओ अब कान्हा आज अभी। विषय-*श्रृंगार* अब श्रृंगार विषय पर तुच्छ प्रयत्न:- तेरा अब मैं ही श्रृंगार करूँ मैं दर्शन से आगार भरूँ। चाहूँ तुमको मैं आज कहूँ। कैसे गिरती मैं गाज सहूँ। भारत भूषण पाठक धौनी(शुम्भेश्वरनाथ) जिला-दुमका(झारखण्ड) लेखनी नाम-भारत भूषण पाठक"देवांश" ©Bharat Bhushan pathak #Krishna#वामा छंद