Nojoto: Largest Storytelling Platform

ज़रूरी नहीं कि हर एहसास, कह कर बयां किया जाए, तुम

ज़रूरी नहीं कि हर एहसास, कह कर बयां किया जाए,
तुम समझते हो न, तो बस समझ जाओ,
जा रहे हो तुम, घर के आंगन में,
जहां सब राह देख रहे हैं तुम्हारी,
आहट सुनके "मां" दौड़ी आएंगी,
चौखट पे उनका "बेटा" खड़ा दिखेगा,
लेंगी वो बलाएं तुम्हारी,
थाल में रखे जलते दिए से होगा स्वागत तुम्हारा,
गले लगेंगी वो जब तुम्हारे , सफ़र की थकान दूर हो जाएगी,
गले लगाना "पापा" को, मिलेगी उनको एक लंबी राहत,
"बहनों का भाई" आया है, ये देख वो खुश हो जाएंगी,
मिलना सबसे अच्छे से, बिताना समय सभी के साथ,
पैर छू के सभी का ले लेना तुम आशीर्वाद,
ये पल उनके लिए बना देना यादगार, 
जिन्होंने तुम्हारे आने की देखी थी राह,
अब पहुंच गए हो तुम, तो हो जाएगा ये "शुभ" विवाह,
कि निहारूंगी रास्ता तुम्हारा, पलकें भी न झपकूंगी,
न जाने तुम कब आओगे, इतना सब्र तो रखूंगी..!!
KV ❤️🧿

©ख्वाहिश _writes
  ❤️🧿🤞 #missu

❤️🧿🤞 #missu

216 Views