Nojoto: Largest Storytelling Platform

" तुझसे से मिल के भी दस्तरस रहा मैं , जुस्तजू के

" तुझसे से मिल के भी दस्तरस रहा मैं , 
जुस्तजू के ख्याल महज़ ख्याल बन के रह गये ,
ये अच्छा हुआ हक़ीक़त महज़ ख्याल ही रहा ,
क्या कभी वो आरज़ू को कुछ तवज्जो दे पाते . " 
   
                                 --- रबिन्द्र राम
 " तुझसे से मिल के भी दस्तरस रहा मैं , 
जुस्तजू के ख्याल महज़ ख्याल बन के रह गये ,
ये अच्छा हुआ हक़ीक़त महज़ ख्याल ही रहा ,
क्या कभी वो आरज़ू को कुछ तवज्जो दे पाते . " 
   
                                 --- रबिन्द्र राम 

#दस्तरस#जुस्तजू #हक़ीक़त #ख्याल #आरज़ू #तवज्जो
" तुझसे से मिल के भी दस्तरस रहा मैं , 
जुस्तजू के ख्याल महज़ ख्याल बन के रह गये ,
ये अच्छा हुआ हक़ीक़त महज़ ख्याल ही रहा ,
क्या कभी वो आरज़ू को कुछ तवज्जो दे पाते . " 
   
                                 --- रबिन्द्र राम
 " तुझसे से मिल के भी दस्तरस रहा मैं , 
जुस्तजू के ख्याल महज़ ख्याल बन के रह गये ,
ये अच्छा हुआ हक़ीक़त महज़ ख्याल ही रहा ,
क्या कभी वो आरज़ू को कुछ तवज्जो दे पाते . " 
   
                                 --- रबिन्द्र राम 

#दस्तरस#जुस्तजू #हक़ीक़त #ख्याल #आरज़ू #तवज्जो